10 दिन पहले ही लूट की रकम से बबलू ने की थी बहन की शादी

पिछले कुछ दिनों में पेट्रोल पंप सहित अन्य लूट की वारदातों को अंजाम देने वाले गैंग के सरगना बबलू भरतरी के पिता खेती किसानी की काम किया करते थे। ग्रामीणों के मुताबिक उनकी ख्वाहिश थी कि उनके पांचों बेटे खेती में उनका हाथ बंटाएं और घर को मजबूत करें, लेकिन बबलू के अपराध की दुनिया में कदम बढ़ाने से पिता की ख्वाहिश अधूरी रह गई। इस बीच जानकारी मिली है कि बबलू भरतरी ने सरेंडर करने से पहले हाल ही में लूटे गए पैसे से ही अपनी सबसे छोटी बहन भूरी की शादी पांच फरवरी को की थी।


 

बबलू भरतरी के पिता किसान थे। उनके पांच बेटे और तीन बेटियां है। सबसे बड़ी सीमा अपराध में सक्रिय है। वह माफिया डान दाउद की बहन सीमा पारकर की तर्ज पर क्षेत्र में अपना दबदबा कायम रखती है। दो बहने कल्लो और भूरी हैं। इनमें भूरी की शादी गत पांच फरवरी को हुई है। बुधवार को बबलू गैंग के खालिद के साथ बबलू भरतरी की भाभी और बहन के पकड़े जाने से साफ हो गया कि पूरा परिवार ही अपराध के पेशे में शामिल है। सीओ द्वितीय पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि लूट की रकम बरामद करने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए बबलू को रिमांड पर लिया जाएगा।
लूट का पैसा लुटेरे से ही वसूलने की तैयारी
अब जबकि यह बात साफ हो गई है कि बबलू गैंग ने ही पेट्रोल पंप सहित अन्य लूट की घटनाओं को अंजाम दिया था। बुधवार को खालिद सहित बबलू भरतरी की भाभी रक्षा और बहन सीमा को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस अब बबलू पर इस बात के लिए दबाव बना रही है कि लूट का पैसा उससे बरामद किया जाए। अगर पैसा शादी आदि में खर्च हो गया है तो संपत्ति आदि बेच कर लूट का पैसा वसूला जाए।
दूसरे राज्यों से खाली लौटी पुलिस, फोकस जेल पर
थाना गांधी पार्क क्षेत्र में कैशियर लूटकांड के खुलासे में जुटी पुलिस ने बबलू गैंग से अहम जानकारी मिलने के बाद दो टीमें अलग अलग स्थानों पर रवाना की थी। एक टीम दिल्ली गई थी दो दूसरी को राजस्थान और मध्य प्रदेश में भेजा गया था। लेकिन दोनों ही जगह से टीमें खाली हाथ लौटी हैं। कहीं कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। इसके बाद पुलिस ने पूरा फोकस जेल में बंद बदमाशों और मथुरा के गैंग के अलीगढ़ में रह रहे लोगों पर कर दिया है। इनकी प्रत्येक गतिविधि की निगरानी की जा रही है। अपराधियों के मोबाइल फोन को सर्विलांस पर लगाया गया है। अंदरखाने खबर है कि कुछ सुराग शहर के अंदर ही मिल गए हैं, जिससे जल्द कोई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगने की उम्मीद है।